फांसी से पहले याकूब मेमन का इंटरव्यू सिर्फ हमारे बुड़बक पेज पे!!!
भारतीय सरकार ने याकूब मेमन की फाँसी की खबर को अत्यंत गोपनीय रखा और किसी भी न्यूज़ चैनल को इसकी भनक तक नहीं लगी, परन्तु हमारे बुड़बक पत्रकार को किसी तरह इसका पता चल गया और वे उससे मिलने जेल जा पहुँचे। तत्पश्चात उन्होने याकूब से कुछ सवाल पूछे. आगे पढ़िए याकूब मेमन का साक्षात्कार:
पत्रकार ने याकूब से उसकी एक रंगीन तस्वीर भी मांगी, पर याकूब वो दे न सका।
बुड़बक:- तो याकूब जी कैसा महसूस कर रहे हैं आप?
याकूब :- जी बहुत अच्छा लग रहा है, आप भी कभी लटक जाइए फाँसी पर. अच्छा लगेगा!
बुड़बक :- क्या आप पहले भी कभी फाँसी पे लटके हैं?
याकूब :- जी हाँ! कई बार।
बुड़बक :- अच्छा ये बताइए कि क्या चाहते हैं आप अभी?
याकूब :- जी चाहता तो ये हूँ की मेरी जगह आप लटक जाओ!
बुड़बक :- लानत है। वो तो नहीं हो सकता लेकिन आप हमें ये बताएँ की जेल मे आप को कोई तकलीफ़ तो नहीं थी?
याकूब :- जी बिल्कुल नहीं, जेल अच्छी जगह है. आपको भी वहीं चले जाना चाहिए.
बुड़बक :- आपका जेल में मनोरंजन कैसे होता था?
याकूब :- जी आपके पोस्ट पढ़ता रहता हूँ।
बुड़बक :- सुनने मे आया है की आपको डेंगू भी हुआ था, वो कैसे हुआ?
<script type="text/javascript">
( function() {
if (window.CHITIKA === undefined) { window.CHITIKA = { 'units' : [] }; };
var unit = {"calltype":"async[2]","publisher":"Rishabh2233","width":550,"height":250,"sid":"Chitika Default"};
var placement_id = window.CHITIKA.units.length;
window.CHITIKA.units.push(unit);
document.write('<div id="chitikaAdBlock-' + placement_id + '"></div>');
}());
</script>
<script type="text/javascript" src="//cdn.chitika.net/getads.js" async></script>
याकूब :- जी सांप के काटने से।
बुड़बक :- क्या आपकी माँ से आपकी कोई बात हुई, कैसा महसूस कर रही थी वो आपकी फाँसी की खबर सुन कर?
याकूब :- जी हाँ। वो तो ख़ुशी से कूद पड़ी।
बुड़बक :- क्या आपने अपनी वसीयत लिखी है?
याकूब: जी हाँ, एक फाँसी आपके नाम पर लिख छोड़ी है, मेरे जाने के बाद claim कर लीजिएगा।
बुड़बक :- क्या आपको अभी घबराहट हो रही है?
याकूब: जी पहले तो नहीं लेकिन अब आपके सवालों से ज़रूर हो रही है!
बुड़बक :- क्या आपको अपनी करनी पर कोई पछतावा हो रहा है?
याकूब :- जी कसम से, अगर पता होता की एक दिन ऐसे सवालों का जवाब देना पड़ेगा तो कभी कोई ग़लत काम ना करता.
बुड़बक :- क्या आप हमारे दर्शकों को कोई संदेश देना चाहेंगे?
याकूब :- जी यही संदेश है कि आपका पेज " बुड़बक " जरूर लाइक करें।
(इसके बाद सुरक्षा बलों ने मुझे बाहर फेक दिया और साक्षात्कार वहीं समाप्त हुआ)
क्या व्यंग्यात्मक शैली है! Waah!
जवाब देंहटाएं